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खिर

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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खिर संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] जोलाहों की ढरकी जिसमें बाने का सून रहता है और जो बुनते समय एक ओर से दूसरी ओर चलाई जाती है । इसे 'नार' भी कहते हैं ।