खिर

विक्षनरी से

हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

खिर संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] जोलाहों की ढरकी जिसमें बाने का सून रहता है और जो बुनते समय एक ओर से दूसरी ओर चलाई जाती है । इसे 'नार' भी कहते हैं ।