खिसकना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

खिसकना क्रि॰ अ॰ [हिं॰ या अनु॰] दे॰ 'खसकना' । उ॰— *भूलति नाहि, भुलाए भटू सुधि सों सुधि जात सबै खिसकी सी ।—रघुनाथ (शब्द॰) ।