गँडूष पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ गणडूष] दे॰ 'गंडूष' । उ॰—मुख भरि नीर परसपर डारति, सोभा अतिहिं अनूप बढ़ी तब । मनहुँ चंद गन सुधा गँडूषनि; डारति हैं आनंद भरे सब ।—सूर॰, १० । १७५३ ।