गँवाना क्रि॰ स॰ [सं॰ गमन, पु॰ हिं॰ गवन] १. (समय) बिताना । (समय) काटना । उ॰—दई दई कैसो रितु गँवाई । सिरी पंचमी पूजी आई ।—जायसी (शब्द॰) । २. पास की वस्तु को निकल जाने देना । खोना । जैसे,—लोभ से उसने अपने हाथ की पूँजी भी गँवा दी ।