गँवार
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]गँवार वि॰ [हिं॰ गाँवँ + आर (प्रत्य॰)] [स्त्री॰ गँवारी, गँवारिन । वि॰ गँवारू, गँवारी]
१. गाँव का रहनेवाला । ग्रामीण । देहाती । असभ्य । जैसे—वह गँवार आदमी सभ्यों की बात क्या जाने । उ॰—(क) बरने तुलसीदास किमि अति मतिमंद गँवार ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) तुम तो हो अहीरी गँवारी । और मथुरा की हैं सुंदर नारी ।—लल्लू (शब्द॰) । मुहा॰—गँवार का लट्ठ = उजड्ड । उजबक ।
२. बेबकूफ । मूर्ख ।
३. अनाड़ी । अनजान । नासमझ ।
'गँवार' का अर्थ गाँव का रहने वाला, बुद्धिहीन, नामसझ या मूर्ख नहीं होता है बल्कि 'गँवार' का अर्थ होता है जिसने सत्यनिष्ठा के लिए या धर्म की रक्षा के लिए या शांति की स्थापना के लिए या जीवन-मूल्यों की रक्षा के लिए या पिता की आज्ञा के पालन के लिए या अपना वचन निभाने के लिए अपना सबकुछ 'गँवा' दिया हो या त्याग कर दिया हो। इस तरह अपना सब कुछ गँवा देने वाले व्यक्ति को "गँवार" कहते हैं। #हिन्दी #हिंदीदिवस #हिन्दीशब्द #हिन्दीशब्दकोष #गँवार