गगरी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ गर्गरी = दही मथने की हाँड़ी] ताँबे, पीतल, मिट्टी आदि का छोटा धड़ा । कलसी । उ॰—नीके देहु न मोरी गगरी ।....जमुना दह गँडुरी फटकारी फोरी सब सिर की अस गगरी ।—सूर (शब्द॰) ।