गड़वा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

गड़वा ^१ † संज्ञा पुं॰ [स॰ गर्त] दे॰ 'गाड़ा' ।

गड़वा ^२ † संज्ञा पुं॰ [हिं॰ गेरना] दे॰ 'गड़ुवा' । उ॰—(क) सोने के गड़वा दूध से भरिया पिवे नारायण आगे धरिया । दक्खिनी॰, पृ॰ १९ । (ख) जो कोउ राम बिनी नर मुरख औरन के गुन जीभ भनैगी । आनि क्रिया गड़वा पुनि होत है भेरि कछू न बनैगी ।—सुंदर ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ४६१ ।