गदराना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
गदराना ^१ क्रि॰ अ॰ [अनु॰ गद्]
१. (फल आदि का) पकने पर होना । परिपक्व होने के निकट होना । जैसे,—इस पेड़ के फल खूब गदराए है ।
२. जवानी में अंगों का भरना । युवा- वस्था के आरंभ में शरीर का पुष्ट और सुडौल होना । जैसे,— गदराया बदन ।
३. आँख में कीचड़ आदि आना । आँख आने पर होना । जैसे,—आँख गदराना ।