गाथा

विक्षनरी से

हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

गाथा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. स्तुति ।

२. वह श्लोक जिसमें स्वर का नियम न हो ।

३. प्राचीन काल की एक प्रकार की ऐतिहासिक रचना जिसमें लोगों के दान, यज्ञादि का वर्णन होता था ।

४. आर्या नाम का वृत्ति ।

५. एक प्रकार की प्राचीन भाषा जिसमें संस्कृत के साथ कहीं कहीं पाली भाषा के विकृत शब्द भी मिले रहते हैं ।

६. श्लोक ।

७. गीत ।

८. कथा । वृत्तात । हाल ।

९. बारह प्रकार के बौद्ध शास्त्रों में चौथा ।

१०. पारसियों के कारण धर्मग्रंथ का एक भेद । जैसे,—गाथा अह्रवैति गाथा उष्टवैति इत्यादि ।