गाभा
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
गाभा संज्ञा पुं॰ [सं॰ गर्भ, प्रा॰ गब्भ] [वि॰ गाभिन]
१. नया निकलता हुआ मुँहबंधा पत्ता जो नरम और हलका रंग का होता है । नया कल्ला । कोंपल । उ॰—ऐपन की ओप इंदु कुंदन की आभा चंपा केतकी की गाभा जीत जोतिन सों जटियत ।—देव (शब्द॰) ।
२. केले आदि के डंठल के अंदर का भाग । पेड़ के बीच का हीर ।
२. लिहाफ, रजाई आदि के अंदर की निकाली हुई पुरानी रूई । गुद्दड़ । भरतवालों के साँचे के अंदर का भाग ।
५. कच्चा अनाज । खड़ी खेती ।