गारा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]गारा ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ गारना] मिट्टी अथवा चूने, सुर्खी आदि को पानी में सानकर बनाया हुआ लसदार लेप जिससे ईटों की जोड़ाई होती है । यौ॰—चूने गारे का काम = पलस्तर का काम । गच का काम ।
गारा ^२ संज्ञा पुं॰ [देश॰] संकीर्ण जाति का एक राग जो दोपहर को गाया जाता है ।
गारा ^३ संज्ञा पुं॰ [देश॰] वह नीची भूमि जिसमें पानी बहुत दिन न टिके ।
गारा कान्हड़ा संज्ञा पुं॰ [देश॰] संपर्ण जाति का एक राग जो संध्या के उपरांत गाया जाता है ।