गास

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

गास पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ ग्रास] संकट । दुःख । आपत्ति । उ॰—अजहुँ नाहिं डरात मोहन बचे कितने गास । तब कह्यौ हरि चलहु सब मिलि मारि करहु बिनास ।—सूर (शब्द॰) ।