गिर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

गिर संज्ञा पुं॰ [सं॰ गिरि] पहाड़ पर्वत । उ॰— जहँ यह गिरि गोबरधन सोहै । इंद्र बराक या आगे को है ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰, १९० ।

२. संन्यासियों के दस भेदों में से एक ।

३. काठियावाड़ देश का भैंसा ।