गीला

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

गीला ^१ वि॰ [हिं॰ गलना] [वि॰ स्त्री॰ गीला] भीगा हुआ । तर । नम । उ॰—पग द्वै चलत ठठकि रहै ठाढ़ी मौन धरे हरि के रस गीली ।—सूर (शब्द॰) ।

गीला ^२ संज्ञा पुं॰ [देश॰] एक प्रकार की जंगली लता ।