गुलकंद

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

गुलकंद संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰ गुलकंद] मिस्त्री या चीनी में मिली हुई गुलाब के फूलों की पंखुरियाँ जो धूप की गरमी से पकाई जाती हैं । इनका व्यवहार प्रायः दस्त साफ लाने के लिये होता है । विशेष— सेवती के फूलों का जो गुलकंद बनता है उसकी तासीर ठंढी होती है । इसमें विशेषता यह है कि इसे चंद्रमा की चाँदनी में सिद्ध करते हैं ।