गुलाल
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]गुलाल संज्ञा पुं॰ [फा॰ गुललालह्] एक प्रकार की लाल बुकनी या चूर्ण जिसे हिंदू लोग होली के दिनों में एक दूसरे के चेहरों पर मलते हैं अथवा कुमकुमे आदि में भरकर फेंकते और उड़ाते हैं । उ॰—जिन नैनन में बसत है रसनिधि मोहन लाल । तिनमें क्यों घालत अरी तै भर मूठ गुलाल ।—रसनिधि । (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—उड़ाना ।—मलना । विशेष—पहले गुलाब या टेसू की पंखड़ियों में चंदन का बुरादा और केसर मिलाकर गुलाल बनाया जाता था, पर आजकल शिंगरफ या शहाब में रँगा हुआ सिंघाड़े का आटा ही गुलाल कहलाता है ।