गूरुमुखी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ गुर = मुखी] गुरु नानक की चलाई हुई एक प्रकार की लिपि । विशेष— **यह पंजाब में प्रचलित है और देवनागरी का परिवर्त्तित रूप मात्र हैं ।