गूरू

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

गूरू पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ गुरू] दे॰ 'गुरू' । उ॰—सूरी मेलु हस्ति कर पूरू । हौं नहिं जानौ जानौ गुरू ।—जायसी ग्रं॰ (गुप्त), पृ॰ २८४ ।