गेसू संज्ञा पुं॰ [फा॰] १. जुल्फ । अलक । २. पीठ पर लटकनेवाले लंबे बाल । ३. केश । बाल । उ॰— जहर, जो गेसुओं की पर्त में सौ पेंच खाता हो । कहर उस वक्त कोई रुमझुमाकर और ढाता हो । —ठंढा, पृ॰ २३ ।