गेसू

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

गेसू संज्ञा पुं॰ [फा॰]

१. जुल्फ । अलक ।

२. पीठ पर लटकनेवाले लंबे बाल ।

३. केश । बाल । उ॰— जहर, जो गेसुओं की पर्त में सौ पेंच खाता हो । कहर उस वक्त कोई रुमझुमाकर और ढाता हो । —ठंढा, पृ॰ २३ ।