गोणी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] १. टाट का दोहरा बोरा जिसमें अनाज आदि भरा जाता है । गोन । २. एक पुरानी माप या तौल जो सुश्रुत के अनुसार दो सूप के बराबर होती थी । ३. भीना कपड़ा । छनना ।