गोत

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

गोत संज्ञा पुं॰ [सं॰ गोत्र]

१. कुल । वंश । खानदान । उ॰—राम भक्त वत्सले निज बानो । जाति गोत कुल नाम गनत नहिं रंक होइ कै रानो ।—सूर (शब्द॰) ।

२. समूह । जत्था । गरोह । उ॰—(क) सुनि यह स्याम विरह भरै ।........ सखिन तब भुज गहि उठाए बावरे होत । सूर प्रभ तुम चतुर मोहन मिलो अपने गोत ।—सूर (शब्द॰) । (ख) दिन रैनि मै भावन के रचै गोत उदोत मई नित जान्यो परै ।— हरिसेवक (शब्द॰) ।