गोसाई
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
गोसाई ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ गोस्वामी]
१. गौओं का स्वामी या अधि— कारी ।
२. स्वर्ग का मालिक, ईश्वर ।
३. संन्यासियों का एक संप्रदाय दस भेद होते हैं और जिसे दशनाम भी कहते हैं । गिरि, पुरी, भारती, सरस्वती आदि इसी के अंतर्गत हैं ।
४. विरक्त साधु । अतीत ।
५. वह जिसने इंद्रियों को जीत लिया हो । जितेंद्रिय ।
६. मालिक । प्रभु । स्वामी ।
गोसाई ^२ वि॰ श्रेष्ठ । बड़ा । गंभीर और एकांत प्रिय।