गोही
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
गोही पु † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ पु गुह् या गूहन]
१. दुराव । छिपाव ।
२. छिपी हुई बात । गुप्त वार्ता । उ॰—अपनो बनिज दुरावत हो कत नाउँ लियो इतनो ही । कहा दुरवति हौ मो आगे सब जानत तुव गोही ।—सूर (शब्द॰) ।
३. महुए का बीज ।
४. फलों का बीज गुठली ।