ग्रंथि
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ग्रंथि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ ग्रन्थि]
१. गाँठ ।
२. बंधन ।
३. मायाजाल । ४— ग्रंथिपर्ण नाम का वृक्ष । एक प्रकार का रोग जो खून बिगड़ जाने के कारण होता है और जिसमें गोल गाँठों की तरह सूजन हो जाती है । यै गाँठे प्रायः पक जाती हैं और चिरवानी पड़ती है ।
६. आलू ।
७. भद्रमोथा ।
८. कुटिलता ।
९. गुठली (को॰) ।
१०. ईख, बाँस आदि की गाँठ (को॰) ।
११. शरीर के अंगो का जोड़ (को॰) ।
१२. शरीर के अंदर की वे गाँठ जिनसे एक प्रकार के रस का स्राव होता है (को॰) ।
१३. अंटी (को॰) ।
१४. गिरह (को॰) ।