ग्रहि

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ग्रहि पु संज्ञा पुं॰ [हिं॰ गृहिन्] दे॰ 'गिरही' । उ॰—ऐसी रहाक ग्रेही जो धरहै ।—कबीर सा॰, पृ॰ २२३ ।