ग्वाला

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ग्वाला संज्ञा पुं॰ [सं॰ गो+ पाल, प्रा॰ गोवाल]

१. अहीर ।

२. एक छंद का नाम जिसे सार और शानु भी कहते हैं । इसके प्रत्येक चरण में दो अक्षर होते हैं, जिनमें से पहला गुरु और दूसरा लघु होता है । जैसे—ग्वाल । धार । कृष्ण । सार ।

ग्वाला संज्ञा पुं॰ [सं॰ गोपालक; प्रा॰ गोवालअ] दे॰ 'ग्वाल' ।