घटकर्पर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]घटकर्पर संज्ञा पुं॰ [सं॰] विक्रम की सभा के नवरत्नों में एक कवि का नाम । विशेष—इनका नाम कालिदास के साथ विक्रमादित्य की सभा के नवरत्नों में आता है । इनका बनाया नीतिसार नामक एक ग्रंथ मिलता है जिसे 'घटकर्पर काव्य' भी कहते हैं । इनका छोटा सा काव्य यमक अलंकार से परिपूर्ण है । 'यदि कोई इससे सुंदंर' यमकालंकारयुक्त कविता करे तो मैं फूटे घड़े के टुकड़े से जल भरूँगा इस प्रतिज्ञा के कारण इनका नाम घटकर्पर या घटखर्पर पड़ा है ।