घनेरा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]घनेरा पु † वि॰ [हिं॰ घना+एरा (प्रत्य॰)] [वि॰ स्त्री॰ घनेरी] बहुत अधिक । अतिशय । उ॰—(क) कोपि कपिन दुरघट गढ़ घेरा । नगर कोलाहल भयो घनेरा ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) सुनु मुनि बरनी कबिन धनेरी ।—मानस, १ । १२४ । विशेष—संख्या की अधिकता सूचित करने के लिये इस शब्द के बहुवचन रूप 'घनेरे' का प्रयोग होता है । दे॰ 'घनेरे' ।