घुसना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

घुसना क्रि॰ अ॰ [सं॰ कुश(= आलिंगन करना, घेरना) अथवा घर्षण अथवा अयुकरणमूलक देश॰]

१. कुछ वेगपूर्वक अथवा दुसरे की इच्छा का विरोध करते हुए अंदर जाना । अंदर पैठना । प्रवेश करना । संयो॰ क्रि॰—आना ।—जाना ।—पड़ना ।—बैठना ।— यौ॰—घुसपैठ । घुसपैठिया । मुहा॰—घुसकर बैठना —(१) छिप रहना । सामने न आना । (२) पास पास बैठना । सटकर बैठना ।

२. धँमना । चुभना । गडना ।

३. किसी काम में दखल देना । अनधिकार चर्चा या कार्य करना । जैसे,— तुम क्यों हर एक काम में घुस पड़ते हो ।

४. मनोनिवेश करना । किसी विषय की और खूब ध्यान लगाना ।

५. दूर हो जाना । जाता रहना । जैसे—एक थप्पड़ लगावेंगे; सारी बदमाशी घुस जायगी ।