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घूँसा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

घूँसा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ घिस्सा या अनु॰]

१. बँधी हुई मुट्ठी जो मारने के लिये उठाई जाय । मुक्का । डुक । धमाका । जैसे—घूँसा तानना ।

२. बँधी हुई मुट्ठी का प्रहार । उ॰—विटपों से भट मार, शत्रु का तोड़ दिया घूँसों से वक्ष ।—साकेत, पृ॰ ३८९ । क्रि॰ प्र॰—खाना ।—चलाना ।—जड़ना ।—तानना ।— मारना ।—लगाना । यौ॰—घूसेबाज ।घूँसेबाजी= घूँसों की लडा़ई । मुष्टियुद्ध । (अं॰ बाक्सिंग) । मुहा॰—घुसों का क्या उधार ? = मार का बदला मार से लेने में क्या देर ! मारपीट का बदला तुरंत ले ।