घोंघा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]घोंघा ^१ संज्ञा पुं॰ [अनुकरणात्मक देश॰] [स्त्री॰ घोंघी]
१. शंख की तरह का एक कीडा़ जो प्रायः नदियों तालाबो तथा अन्य जलाशयों में पाया जाता है । विशेष—इसकी बनावट घुमावदार होती है, पर इसका मुँह गोल होता है, जो खुल सकता और बंद हो सकता है । इसके ऊपर का अस्थिकोश शंख से बहुत पतला होता है । वैद्यक में घोंघे का मांस मधुर और पित्तनाशक माना जाता है । घोंघे का चूना भी बनता है । पर्या॰—शंबु । शंबुक । शंबुक्क ।
२. गेहुँ की बाल में वह त्रोश या कोथली जिसमें दाना रहता है ।