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घोला

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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घोला संज्ञा पुं॰ [हिं॰ घोलना]

२. वह जो घोलकर बना हो । जैसे,—घोली हुई अफीम । मुहा॰—घोले में डालना = (१) खटाई में डालना । रोक रखना । फँसा रखना । उलझन में डाल रखना । किसी काम में बहुत देर लगाना । (२) किसी काम में टालमटूल करना । घोले में पड़ना = बखेड़े में पड़ना । उलझन में फँसना । ऐसे काम में फँसना जो जल्दी न निपटे ।

२. नाली जिसके द्वारा खेत सींचने के लिये पानी ले जाते हैं । बरहा ।