चंचलातिशय उक्ति पु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ चञ्चलातिशयोक्ति] दे॰ 'अतिशयोक्ति' । उ॰—बरनन हेतु प्रसक्ति ते उपजत हैं जहँ काज । चंचलातिशय उक्ति तहँ बरनत है कबिराज ।—माति ग्रं॰ पृ॰ ३८८ ।