चंडी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चंडी संज्ञा स्त्री [सं॰ चणडी]

१. दुर्गा का वह रुप जो उन्होंने महिषासुर के वध के लिये धारण किया था और जिसकी कथा मार्कंडेय पुराण में लिखी है । दुर्गा ।

२. कर्कशा और उग्र स्त्री ।

३. तेरह अक्षरों का एक वर्णपृत्त जिसमें दो सगण और एक गुरू होता है । जैसे, —न नसु सिगरि नर । आयु तु अल्पा । निसि दिन भजत विलासिनी तल्पा । कुबुध कुजन अध ओघन खंडी । भजहु भजहु जनपालिनी चंडी ।