चकला
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
चकला संज्ञा पुं॰ [सं॰ चक्र, हिं॰ चक+ला (प्रत्य॰)]
१. पत्थर या काठ का गोल पाटा जिसपर रोटी बेली जाती है । चौका ।
२. चक्की ।
३. देश का एक विभाग जिसमें कई गाँव या नगर हेते हैं । इलाका । जिला । यौ॰—चकलेदार ।—चकलाबंदी ।
४. व्यभिचारिणी स्त्रियों का अड्डा । रंडियों के रहने का घर या मुहल्ला । कतबीखाना ।
चकला ^२ वि॰ [स्त्री॰ चकली] चौड़ा ।