चक्रधर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]चक्रधर ^१ वि॰ [सं॰] जो चक्र धारण करे ।
चक्रधर ^२ संज्ञा पुं॰
१. वह जो चक्र धारण करे ।
२. विष्णु भगवान ।
३. श्रीकृष्ण ।
४. बाजीगर । ऐंद्रजालिक ।
५. कई ग्रामों या नगरों का अधिपति ।
६. सर्प । साँप ।
७. गाँव का पुरोहित ।
८. नट राग से मिलता जुलता षाडव जाति का एक राग जो षडज स्वर से आरंभ होता है और जिसमें पंचम स्वर नहीं लगता । यह संध्या समय गाया जाता है ।