चक्रबन्ध

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चक्रबंध संज्ञा पुं॰ [सं॰ चक्रबन्ध] एक प्रकार का चित्रकाव्य जिसमें एक चक्र या पहिए के चित्र के भीतर पद्य के अक्षर बैठाए जाते हैं ।