चक्रवान्

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चक्रवान् संज्ञा पुं॰ [सं॰] एक पौराणिक पर्वत का नाम जो चौथे समुद्र के बीच स्थित माना गया है । विशेष—यहाँ विष्णु भगवान् ने हयग्रीव और पंचजन नामक दैत्यों को मारकर चक्र और शख दो आयुध प्राप्त किए थे ।