चटाक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चटाक ^१ संज्ञा [अनु॰] लकड़ी आदि के टूटने, चटकने या चपत के पड़ने आदि का शब्द । जैसे,—चटाक से छड़ी टूटना, चटाक से उँगली फूटना । चटाक से चपत लगाना इत्यादि । उ॰—महा भुजदंड द्वै अंडकटाह चपेट के चोट चटाक दै फोरौ ।—तुलसी (शब्द॰) । विशेष—चट, खट आदि अन्य अनुकरण शब्दों के समान इस शब्द का प्रयोग भी 'से' विभक्ति के साथ ही क्रि॰ वि॰ पद के समान होता है, अतः इसके लिंग का विचार व्यर्थ है । यौ॰—चटाक पटाक = चटाक या चटपट शब्द के साथ ।

चटाक संज्ञा पुं॰ [हिं॰ चट्टा] चकत्ता । दाग । धब्बा । विशेषतः शरीर पर का । जैसे,—कुष्ठ आदि का ।