चढ़ाव संज्ञा पुं॰ [हिं॰चढ़ाना] १. चढ़ने का भाव । यौ॰—चढ़ाव उतार = ऊँचा नीचा स्थान । ऐसा स्थान जहाँ बार बार चढ़ना और फिर उतरना पड़ता हो । २. बढ़ने का भाव । उत्तरोत्तर अधिक होने ता भाव । । वृद्धि । बाढ़ । जैसे,—पानी का चढ़ाव, नदी का चढ़ाव ।