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चण

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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चण ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] चना [को॰] ।

चण ^२ वि॰ प्रसिद्ध । ख्यात । जैसे,—अक्षरचण । विशेष—समास में अंतिम पद के रूप में ही इनका प्रयोग मिलता है । संस्कृत व्याकरण के अनुसार चणय् = चण प्रत्यय है । इसका प्रयोग 'निष्णात' या विद्या अथवा विषय में पारंगत या विख्यात अर्थ में होता है ।