चपनी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]चपनी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ चपना]
१. छिछला कटोरा । कटोरी । मुहा॰—चपनी भर पानी में ड़ूब मरना = लज्जा के मारे किसी को मुँह न दिखाना ।
१. एक प्रकार का कमंड़ल जो दरियाई नारियल का होता है ।
३. वह लकड़ी जिसमें गड़ेरिए ताना बाँधकर कंबल की पट्टियाँ बुनते हैं ।
४. हाँड़ी का ढक्कन । मुहा॰—चपनी चाटना = बहुत थोड़ा अंश पाकर रह जाना ।
५. घुटने की हड़्ड़ी । चक्की ।