चपरा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चपरा ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ चपड़ा] दे॰ 'चपड़ा' ।

चपरा ^२ † वि॰ कोई बात कहकर या कोई काम करके उससे इनकार करनेवाला । मुकर जानेवाला । झूठा ।

चपरा ^३ अव्य॰ [हिं॰ चपरना] हठात् । मान न मान । ख्वाहमख्वाह । जैसे हो तैसे । उ॰—देखा भाला तोपची चपरा सैयद होय ।