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चमस

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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चमस संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ अल्पा॰ चमसी]

१. सोमपान करने का चम्मच के आकार का एक यज्ञपात्र जो पलाश आदि की लकड़ी का बनता था ।

२. कलछा । चम्मच ।

३. पापड़ ।

४. मोदक । लड्डु ।

५. उर्द का आटा । धुआँस ।

६. एक ऋषि का नाम ।

७. नौ योगिश्वरों में से एक ।