चम्पू

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चंपू संज्ञा पुं॰ [सं॰ चम्पू] गद्यपद्यमय काव्य । वह काव्यग्रंथ जिसमें गद्य के बीच बीच में पद्य भी हो । जैसे, नलचंपू ।