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चरनी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चरनी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ चरना]

१. पशुओं के चरने का स्थान । चरी । चरागाह ।

२. वह नाद जिसमें पशुओं को खाने के लिये चारा दिया जाता है ।

३. चौतरे के आकार का बना हुआ वह लंबा स्थान जिसपर पशुओं को चारा दिया जाता है ।

४. पशुओं का आहार, घास, चारा आदि । उ॰—कमल बदन कुम्हिलात सबन के गौवन छाँडी तृन की चरनी ।—सूर (शब्द॰) । विशेष—कहीं कहीं चरही शब्द भी इसी अर्थ में प्रयुक्त होता है ।