चराचर

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चराचर वि॰ [सं॰]

१. चर और अचर । जड़ और चेतन । स्थावर और जंगम । उ॰—त्रिभुवन हार सिंगार भगवती सलिल चराचर जाकै ऐन । सूरजदास विधाता के तप प्रकट भई सतन सुखदैन ।—सूर (शब्द॰) ।

२. जगत् । संसार ।

३. कौड़ी ।