चर्मकार

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चर्मकार संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ चर्मकारी] चमड़े का काम करनेवाली जाति । चमार । विशेष—मनु के अनुसार निषाद पुरुष और वैदही स्त्री के गर्भ से इस जाति की उत्पत्ति है । पराशर ने तीवर और चांडाली से चर्मकार की उत्पत्ति मानी है । पर्या॰—चमार । कारावर । पादुकृत् । चर्मकृत् । चर्मक । कुवट । पादुकाकार ।