चषाल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चषाल संज्ञा पुं॰ [सं॰] यज्ञ के यूप में लगी हुई पशु बाँधने की गराड़ी ।