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चस्मा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चस्मा पु † संज्ञा पुं॰ [फा॰ चश्मह्] दे॰ 'चश्मा' उ॰—दिए ललाट लगाए चस्मा घुरकत हरदम ।—प्रेमघन॰, भा॰ १, पृ॰ १४ ।